केसर के फायदे- केसर (saffron) से तो हम सभी परिचित हैं लेकिन शायद इससे मिलने वाले फायदों से पूरी तरह परिचित नहीं होंगे जिस वजह से हम इसके गुणों का पूरा लाभ नहीं उठा पाते। इसे गोल्डन स्पाइस, सैफ्रॉन, ज़ाफ़रान के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में केसर को छोटे बच्चों, व्यस्को और बुज़ुर्गों सभी के लिए फायदेमंद बताया गया है। अक्सर सर्दी-ज़ुकाम या कमज़ोरी महसूस होने पर भी केसर का सेवन किया जाता है। यह कई तरह की बीमारियों को होने से रोकता है और बहुत-सी बीमारियों के इलाज में भी सहायक है।

केसर असल में एक स्वादिष्ट हर्ब, जड़ी-बूटी है। हालाँकि काफी महंगा होने के बावजूद इसके गुणों के कारण इसका बहुतायत से उपयोग किया जाता है।केसर की तासीर गर्म होती है इसलिए अत्यधिक ठन्डे इलाकों में इसका बहुतायत से उपयोग किया जाता है। सर्दी के मौसम में या ठंडे प्रदेशों में शरीर के तापमान को बढ़ाने के लिए या शरीर को गर्म रखने के लिए गरम दूध में डालकर केसर का सेवन किया जाता है। केसर का जैसा नाम है “गोल्डन स्पाइस ” वैसा ही काम भी है। saffron के अनगिनत फायदे हैं।
तो आइये जानते हैं केसर के फायदों के बारे में –
1. पाचन तंत्र को मज़बूत बनाने में
केसर पाचन तंत्र तक ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है जिससे digestion इम्प्रूव होता है और शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ता है। इसका सेवन करने से एसिडिटी और पेट फूलना जैसी समस्याएं दूर होती हैं। जिन लोगों को कब्ज़ की समस्या रहती है वो गरम दूध में केसर डालकर सोने से पहले पी लें। इससे काफी हद तक इस समस्या से निजात मिलेगी।
2.घाव भरने में
अगर किसी चोट की वजह से आपका घाव भर ही नहीं रहा है तो आप केसर के पत्ते पीसकर उस घाव में भरे या वहां पर लेप करें। ऐसा करने से घाव जल्दी भरेगा और उसमे कोई इन्फेक्शन भी नहीं होगा।
3. सर्दी लगने पर
अक्सर बच्चों को या बड़ों को भी ठण्ड लगने की वजह से सर्दी-ज़ुकाम हो जाता है तो ऐसे में 60-65 mg केसर को पान में रखकर खाएं या दूध में डालकर सोते वक़्त पीएं। इससे बहुत जल्दी फायदा होगा।
4. आंतो के लिए फायदेमंद
अगर आपको पाचन से सम्बंधित कोई परेशानी है या आँतों में कोई समस्या हो रही है तो 10-12 mg केसर को एक गिलास पानी में डालकर आधा रह जाने तक उबालें और फिर इस काढ़े का नियमित सेवन करें। इससे पाचन और आँतों से सम्बंधित बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
5. माहवारी से सम्बंधित परेशानियों में फायदेमंद
अक्सर महिलाएं ये परेशानियाँ फेस करती हैं। माहवारी के समय पीड़ा, सूजन या अनियमित माहवारी आदि। अगर आपको कोई ऐसी समस्या है तो अकरकरा और केसर को पीसकर 120 mg की गोली बना लें और प्रतिदिन एक गोली का सेवन करें।
6. यूरिन रोगों में लाभदायक
अगर पेशाब रुक-रूककर आता है और जलन महसूस हो रही है तो 10-15 mg केसर का काढ़ा बना लें और उसमे थोड़ा नमक डालकर पिएं इससे लाभ मिलेगा। या एक ओर उपाय भी आप कर सकते हैं, रात भर के लिए केसर को पानी में भिगो दें और सुबह उसका पेस्ट बनाकर पानी में डालें और एक चम्मच शहद भी ऐड कर दें ऐसा रोज़ करने से चंद दिनों में ही आपको आराम आ जायेगा।
7. त्वचा के लिए फायदेमंद
त्वचा रोगों में और त्वचा की चमक बढ़ाने, इसे स्वस्थ रखने आदि में केसर का इस्तेमाल किया जाता है। मुहासों और त्वचा से टैनिंग हटाने के लिए भी केसर का इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा में चमक लाने और मुहासों से छुटकारा पाने के लिए केसर और चन्दन युक्त फेसपैक लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है।
8. सरदर्द और माइग्रेन में लाभकारी
केसर के सेवन से पुराने से पुराना सरदर्द और माइग्रेन (Migraine) भी ठीक हो सकता है। गाय के दूध में केसर और बादाम डालकर उबाले और फिर इसका सेवन करें। ऐसा नियमित रूप से करने से नसों की कमज़ोरी धीरे-धीरे दूर होने लगती है और सरदर्द ठीक होने लगता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी केसर का इस्तेमाल किया जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए केसर के फायदे
गर्भवती महिलाओं के लिए केसर किसी वरदान से कम नहीं है। जिन लोगों को इसके फायदों के बारे में पता है वो गर्भावस्था में इसका सेवन ज़रूर करते हैं या करने की सलाह देते हैं। गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान होने वाले परिवर्तनों से लेकर बच्चे और माँ के स्वास्थ्य तक केसर बहुत गुणकारी होता है।
पर यह चाहे कितना भी गुणकारी क्यों न हो गर्भावस्था के शुरूआती तीन महीनो में स्का सेवन नहीं करना चाहिए क्यूंकि इसकी तासीर गरम होती है और इससे हाई बी.पी. का खतरा बढ़ जाता है और एबॉर्शन ओने का खतरा रहता है इसलिए आप अपने चौथे महीने से इसका सेवन कर सकती हैं वो भी अपनी डॉक्टर से मशवरा करने के बाद। अब जानते हैं गर्भवती महिलाओं के लिए केसर के फायदे –
9. पाचन तंत्र के लिए
गर्भावस्था में सबसे ज़रूरी चीज़ आती है आपका पाचन तंत्र (Digestive System) क्यूंकि इसी पर आपकी और आपके बच्चे की सेहत निर्भर करती है। अगर आपका पाचन तंत्र मज़बूत होगा तो खाना आसानी से पचेगा जैसा की गर्भवस्था में दिक्कत रहती है, खाना नहीं पचता, उल्टियां लगती हैं, कब्ज़ की समस्या हो जाती है। केसर इन सब में आपको काफी हेल्प करता है। यह पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है और शक्ति प्रदान करता है।
10. मॉनिंग सिकनेस
अक्सर गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness) हो जाती है मतलब उन्हें सुबह के समय चक्कर आना, उलटी जैसा मन होना या लग जाना, कमज़ोरी महसूस होना आदि लगता है। आप रोज़ सुबह गरम दूध में 1-2 केसर के धागे डालकर पीजिये मतलब केसर वाला दूध पीजिये इससे आपको इस समस्या में राहत मिलेगी और आप एनर्जेटिक भी महसूस करेंगी।
11. मूड स्विंग्स मैनेज करने में सहायक
गर्भावस्था के दौरान मूड स्विंग्स (Mood Swings) होना बहुत ही आम है। शरीर में इस दौरान हो रहे कई हॉर्मोनल बदलावों की वजह से यह अक्सर सभी महिलाओं में देखा गया है। इसका सीधा असर आपकी भावनाओं, आपके विचारों और मूड पर होता है। कभी आप बहुत खुश महसूस करते हैं यहां तक कि आप दुनिया में खुद को सबसे खुश इंसान समझते हैं और कभी आप अचानक बहुत दुखी हो जाते हैं आपको लगता है की कोई आपकी केयर नहीं करता, आप किसिस के लिए कोई मायने नहीं रखते इत्यादि।
आपको अचानक बहुत गुस्सा आ सकता है, आप चिड़चिड़े हो सकते हो और दूसरी तरफ आप शांत हो जाते हो। तो ये इस तरह के बदलाव हॉर्मोन्स बदलने की वजह से होते हैं और केसर इसे कण्ट्रोल करने में आपकी काफी मदद करता है। केसर ब्रेन में रक्त-प्रवाह को दुरुस्त करता है यह सेरोटॉनिन नामक हार्मोन्स के उत्पादन को बढ़ा देता है यह एंटी-डिप्रेसेंट होता है। आप इसको दूध, खीर या इसका काढ़ा बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
12. ब्लड-प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक
केसर को अगर सही मात्रा में लिया जाए तो यह ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करने में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं में ब्लड प्रेशर कभी लो हो जाता है तो कभी शूट अप भी कर जाता है। इस स्थिति से बचने के लिए आपको केसर का सेवन करना चाहिए।
13. क्रैम्प्स में मददगार
माहवारी के अलावा प्रेगनेंसी के दौरान भी महिलाओं को क्रैम्प्स आते हैं किसी को हल्के-फुल्के तो किसी को बहुत गंभीर। यह भी देखा गया है कि किसी किसी में ये लास्ट तक जब तक delivery नहीं होती तब तक आते हैं। क्रैम्प्स को तो कोई रोक नहीं सकता पर इसमें राहत ज़रूर पा सकते हैं। केसर नेचुरल पेनकिलर होता है यह मांशपेशियों को रिलैक्स करके पेट दर्द या कमर दर्द में राहत देता है।
पुरुषों के लिए केसर का महत्व
14. मर्दाना कमज़ोरी दूर करने में
केसर से शीघ्रपतन, नपुंकता, बांझपन आदि समस्याओं का निदान संभव है। सेक्स समस्याएं दूर होती है, शरीर में स्फूर्ति आती है। चेहरे पर चमक आती है। सेक्सुअल लाइफ के लिए तो केसर और दूध रामबाण है क्यूंकि इसमें एमिनो एसिड होता है।