एलोवेरा के फायदे – एलोवेरा एक बहुत जल्दी और आसानी से उगने वाला पौधा है। इसमें तना नहीं होता और इसकी पत्तियां भारी और मांसल होती हैं। इसके लिए कम पानी और ज़्यादा सूरज की ज़रुरत होती है, लेकिन अगर इसकी पत्तियां भूरे रंग की या जली-जली सी दिखाई देने लगें तो इसे धूप में से हटा देना चाहिए। इसकी लम्बी-लम्बी पाइप जैसी पत्तियां होती हैं, जो आगे से नुकीली होती हैं और एलोवेरा जेल से भरी होती हैं। यह जेल हमारे शरीर के विभिन्न अंगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
यह हमारे शरीर के लिए हाइड्रेटेड रखने से लेकर लीवर, स्किन, कब्ज़, सनबर्न आदि के लिए लाभदायक होता है। बाजार में एलोवेरा जेल उपलब्ध होता है, लेकिन आप घर पर ही एलोवेरा के पौधे को लगाकर उससे लाभ उठा सकते हैं। इससे आपको कीमत की बचत होगी और आप बिना किसी प्रेजर्वेटिव या मिलावट के एलोवेरा का उपयोग कर सकेंगे।

एलोवेरा से मिलने वाले लाभ
पाचन करने में लाभकारी
एलोवेरा पाचन तंत्र के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। अगर आपको सही से पाचन नहीं होता तो एलोवेरा का जूस पीने से आपको लाभ मिल सकता है। आप एलोवेरा के पत्तों को लेकर उसके अंदर से सारा गूदा निकाल लें और एक बार मिक्सर में घुमा दें। अगर इसकी कंसिस्टेंसी थोड़ी थिक लग रही है तो आप इसमें थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं। आप इसे खाली पेट सेवन करें, मात्रा 15-20 मिलीलीटर होनी चाहिए। अगर आपको इसे लेने से भारीपन या अधिक एसिडिटी हो जाए तो मात्रा कम करें, अन्यथा मात्रा बढ़ाई जा सकती है।
कब्ज़ से राहत
जिनको अक्सर कब्ज़ की शिकायत रहती है उनके लिए एलोवेरा बहुत ही उपयोगी होता है। कब्ज़ होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि पाचन सही ढंग से न होना, शरीर में पानी की कमी, गैस आदि। एलोवेरा में पानी की काफी मात्रा होती है जो शरीर में पानी की आपूर्ति बढ़ाकर कब्ज़ को दूर करने में मदद करता है।
नियमित तौर पर एलोवेरा लेने से आपको कब्ज़ से राहत मिल सकती है। 20-25 मिली एलोवेरा जूस को आधा गिलास गुनगुने पानी में डालकर नाश्ता करने के 1 घंटा बाद नियमित रूप से लें। कुछ ही समय में आपकी समस्या दूर हो सकती है। इससे आपको काफी राहत मिल सकती है और साथ ही साथ ग्रहण शक्ति बढ़ाने और तले-भुने खाने से परहेज़ रखने में मदद मिल सकती है।
लीवर का साथी
हमारा लीवर तभी सही से काम कर पाता है जब हमारा शरीर अच्छे से पोषित और हाइड्रेटेड हो। एलोवेरा जूस में हाइड्रेशन प्रॉपर्टीज होने के साथ – साथ फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो लीवर को स्वस्थ रखने और सही तरह से काम करने में मदद करते हैं।
स्त्री रोगों के लिए लाभकारी
महिलाओं में अक्सर माहवारी से संबंधित परेशानियां आती हैं। ज़्यादातर ये परेशानियां गर्भाशय से शुरू होती हैं जब गर्भाशय में कोई दिक्कत होती है, जैसे कि सूजन, सिस्ट आदि। एलोवेरा के नियमित सेवन से आप इन परेशानियों से बच सकती हैं। एलोवेरा गर्भाशय के लिए एक उत्कृष्ट औषधि है जो इन समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है।
बालों के लिए
एलोवेरा में पानी की मात्रा तो अधिक होती ही है साथ ही साथ इसमें विटामिन ए, सी और ई काफी मात्रा में उपलब्ध होते हैं ये सभी विटामिन्स हेल्थी सेल्स की वृद्धि को बढ़ाते हैं। जो बालो को शाइनी और सिल्की बनाते हैं। इसमें विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड्स भी होते हैं जो बालों को घना और मज़बूत बनाते हैं और उन्हें झड़ने से भी रोकते हैं।
त्वचा के लिए वरदान
एलोवेरा त्वचा के लिए वह औषधि है जो त्वचा की तमाम बीमारियां हर लेती है। अगर आपको त्वचा पर कील – मुंहासे, रिंकल्स, सनबर्न, टैनिंग, ड्राई स्किन, डार्क सर्किल या चेहरे पर दाग धब्बे आदि कोई भी परेशानी है तो आप एलोवेरा का एक मॉइस्चराइज़र की तरह प्रयोग करें।
सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छे से धोएं फिर एलोवेरा से पूरे चेहरे पर 1-2 मिनट तक मसाज करें ऐसा दिन में दो बार ज़रूर करें। इससे धीरे धीरे आपकी त्वचा बेहतर होने लगेगी।
इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक
एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करना आपकी इम्युनिटी को बेहतर बना सकता है। वैसे भी कोरोना के इस दौर में सभी को इम्युनिटी की बेहद ज़रुरत है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए।
अगर आप खाली एलोवेरा जूस नहीं पी पाते तो कोई बात नहीं आप किसी अन्य जूस के साथ इसका सेवन करें जैसे कि ऑरेंज जूस में मिलाकर या जो भी जूस आप पीना पसंद करते हैं उसके साथ मिलाकर पी सकते हैं। रोज़ सुबह एक कप एलोवेरा जूस पीने से आप पूरा दिन ऊर्जावान महसूस करेंगे।
मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी
मधुमेह के रोगी रोज़ सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस का सेवन करें और हो सके तो इसमें कुछ मात्रा करेले के जूस की भी डाल लें इससे आपको आराम आना शुरू हो जायेगा।
बवासीर के रोग में लाभकारी
एलोवेरा बवासीर रोग में बहुत लाभकारी है। इस बीमारी में कब्ज़ तो बिलकुल भी नहीं होना चाहिए। एलोवेरा एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ – साथ शरीर को हाइड्रेट भी रखता है जिससे कब्ज़ नहीं होता। इसमें बहुत सारे विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो शरीर को एक्टिव बनाते हैं। एलोवेरा की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह पेट को ठंडक प्रदान करता है।
दर्दनाशक
एलोवेरा दर्दनाशक की तरह भी काम करता है जिन लोगों को अक्सर जोड़ों में दर्द या मांशपेशियों में ऐठन, जकड़न आदि की शिकायत रहती है वो रोज़ इसके जूस का सेवन करें या फिर एलोवेरा के गूदे का हलवा बना के भी खाया जा सकता है।
एनीमिया में लाभकारी
एलोवेरा शरीर में खून बनाने का कार्य करता है एनीमिया से ग्रसित लोगों को एलोवेरा जूस या पल्प का सेवन करना चाहिए इससे बहुत तेज़ी से आप के शरीर में खून की मात्रा बढ़ने लगेगी।
सौंदर्य बढ़ाने के लिए
अक्सर एलोवेरा जेल का उपयोग सौंदर्य बढ़ाने के लिए किया जाता है। एलोवेरा जेल को बहुत सारे साबुन, फेसवाश, क्रीम आदि में तो मिलाया ही जाता है साथ ही साथ डायरेक्टली भी इसका उपयोग किया जाता है। मुल्तानी मिटटी में गुलाबजल और एलोवेरा जेल मिलाकर लगाने से त्वचा में निखार आता है और स्किन हाइड्रेट भी हो जाती है।
अगर आप कहीं धूप में जा रहे हैं तो बाहर निकलने से 10 मिनट पहले एलोवेरा जेल को सनस्क्रीन की तरह लगाएं इससे आपको सनबर्न नहीं होगा न ही आपकी त्वचा झुलसेगी और काली पड़ेगी।
इस तरह से एलोवेरा जेल के अनगिनत फायदे हैं इतने की बताना भी मुश्किल है। आप बस एलोवेरा का नियमित सेवन करें इससे आपको ऐसे- ऐसे फायदे होंगे जिनका आपको पता भी नहीं होगा। विभिन्न तरह की आने वाली बीमारियों से यह आपको बचाएगा, आपकी स्किन को दिन-ब-दिन ओर भी बेहतर बनाएगा।
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